जेई और एई की परीक्षा के पेपर लीक मामले में भाजपा नेता संजय धारीवाल पर मुकदमे के बाद भाजपा की राजनीति में भूचाल आ गया है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि इसमें जिले के एक बड़े निर्वाचित नेता ने हस्तक्षेप किया था जबकि रुड़की क्षेत्र के ही एक मनोनीत भाजपा नेता ने आरोपी की सिफारिश की थी। पुलिस मनोनीत भाजपा नेता से भी लंबी पूछताछ कर चुकी है।
जिस तरह से भाजपा नेता संजय धारीवाल एसटीएफ के शिकंजे में फंसा है उससे एक सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर इस काले धंधे में उसने कब से पांव जमाने शुरू किए। इससे भी बड़ी बात यह है कि वह भाजपा नेताओं के संपर्क में आया और मंडल अध्यक्ष मनोनीत होने में भी कामयाब हो गया।
गौरतलब है कि नारसन ब्लॉक के मोहम्मदपुर जट निवासी भाजपा नेता संजय धारीवाल की मां पंचायत चुनाव में प्रधान बनी हैं। मां को प्रधान बनाने में कामयाबी पाने के बाद वो भी मंगलौर भाजपा मंडल अध्यक्ष बन गया। इसके बाद उसे इस्तीफा देना पड़ा। वहीं अब इस सवाल ने भाजपा में भूचाल ला दिया है कि संजय धारीवाल को किसकी सिफारिश पर मंडल अध्यक्ष बनाया गया था। सूत्रों का कहना है कि जिले में एक पद पर मनोनीत भाजपा महिला नेता से पुलिस कई दिन तक पूछताछ भी कर चुकी है। यही नहीं इन्हीं महिला नेता ने जिले के एक बड़े निर्वाचित नेता से भी सिफारिश लगवाई थी।