• स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे गोदियाल को प्रचार के दौरान मिल रहा जबरदस्त जन समर्थन
    • दुर्गम गांवों में भी गोदियाल को लेकर आम लोगों में जबरदस्त क्रेज,
    • सुनने और देखने को खुद ही रैली में पहुंच रहे लोग

देहरादून। उत्तराखण्ड की पांच लोकसभा सीटों में से सिर्फ पौड़ी गढ़वाल एक मात्र ऐसी सीट है जहां भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल को मिल रहे अप्रत्याशित जन समर्थन से भाजपा की पेशानी पर बल पड़ने लगे हैं। रविवार को सतपुली में गोदियाल की रैली उमड़ी भीड़ ने तो भाजपा की नींद उड़ा कर रख दी है। रैली में मातृशक्ति ने रिकॉर्ड संख्या में शिरकत की, उनमें जबरदस्त उत्साह देखा गया।
नामांकन के दिन पौड़ी में गोदियाल ने अप्रत्याशित भीड़ जुटाकर अपनी लोकप्रियता का ट्रेलर दिखा दिया था। भीड़ के लिहाज से गोदियाल की नामांकन सभा भाजपा से बीस मानी गई। वह विशुद्ध रूप से स्थानीय मुद्दों को आगे रखकर चुनाव लड़ रहे हैं। खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर किसी भी तरह का आरोप लगाने और निशाना साधने से वह बच रहे हैं। बेरोजगारी, अंकिता भंडारी हत्याकांड और अग्निवीर भर्ती के साथ ही पहाड़ी सरोकार से जुड़े विषयों को गोदियाल लंबे समय से मुखर रहे हैं। जानता के उनका सीधा जुड़ाव रहा है। अब यही जुड़ाव उनकी ताकत बन गया है। आलम यह है कि लोग गोदियाल को कांग्रेस का नहीं बल्कि खुद का प्रत्याशी बताने लगे हैं। आम लोग भी चंदे के रूप में उनकी आर्थिक मदद कर रहे हैं। गोदियाल लहर इस कदर व्यापक हो गई है कि दुर्गम गांवों में भी उनकी चर्चा हो रही है। गोदियाल को देखने, सुनने और मिलने के लिए लोग आतुर दिखाई दे रहे हैं। रविवार को सतपुली में हुई गोदियाल की रैली में इसकी झलक साफ दिखाई दी। इससे पहले रुद्रप्रयाग, कोटद्वार और श्रीनगर में गोदियाल का रोडशो हिट रहा। अब सभी की नजर सोमवार को गोपेश्वर में होने वाली गोदियाल की जनसभा पर टिकी हुई है।