खालिद तीन बड़े हमलों का मुख्य साजिशकर्ता था – 2001 में रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर हमला, 2005 में बैंगलोर में भारतीय विज्ञान कांग्रेस (आईएससी) पर हमला, और 2006 में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय पर हमला।
राष्ट्रीय लोक संवाद, (18 मई 2025)
सूत्रों के हवाले से बताया कि लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष आतंकवादी और भारत में बड़े आतंकी हमलों के पीछे मुख्य मास्टरमाइंड में से एक सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मारा गया है। खालिद पर कथित तौर पर अज्ञात हमलावरों ने हमला किया था।
उसने भारत में तीन बड़े आतंकी हमलों की योजना बनाने में अहम भूमिका निभाई थी- 2001 में रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर हमला, 2005 में बैंगलोर में भारतीय विज्ञान कांग्रेस पर हमला और 2006 में नागपुर में आरएसएस मुख्यालय पर हमला।
पांच साल तक चले इन हमलों में कई लोगों की जान चली गई और भारतीय धरती पर लश्कर के अभियानों में भारी वृद्धि हुई। खालिद “विनोद कुमार” नाम से कई सालों तक नेपाल में फर्जी पहचान के साथ रहा और उसने नगमा बानू नाम की एक स्थानीय महिला से शादी भी कर ली। नेपाल में रहते हुए, खालिद ने कथित तौर पर लश्कर के अभियानों का समन्वय करना जारी रखा और समूह के लिए भर्ती प्रयासों और रसद सहायता का चुपचाप प्रबंधन किया।
हाल ही में खालिद ने अपना ठिकाना पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बदीन जिले के मतली में बना लिया था। वहाँ वह लश्कर-ए-तैयबा, संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकवादी समूह और उसके मुखौटा संगठन जमात-उद-दावा के लिए काम करता रहा, जिसका मुख्य उद्देश्य आतंकवादी अभियानों के लिए भर्ती और धन उगाही करना था।
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय समेत नौ बड़े आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया और फिर पाकिस्तान में प्रमुख सैन्य ठिकानों को भी नष्ट कर दिया।