
जमीन के फर्जी कागज बनाकर 4.5 करोड़ ठगने का मामला देहरादून थाना क्षेत्र क्लेमेंटटाउन से सामने आया है जिसके अंतर्गत सहारनपुर मुख्य सड़क पर एक जमीन बेचने के नाम पर अभियुक्तो द्वारा पीड़ित पक्ष से साढ़े चार करोड़ रुपये हड़प लिए। अभियुक्तो द्वारा जिस जमीन को पीड़ितों को बेचा है उसके स्वामी की मृत्यु हो जाने के बाद उनका कोई वारिश न होने के चलते वह जमीन विवादित है जिसको पीड़ित द्वारा कूट रचित दस्तावेज तैयार कर पीड़ितों को जमीन की रजिस्ट्री करवा दी। रजिस्ट्री के बाद भी जब पीड़ितों को जमीन पर कब्ज़ा नही मिला तब जाकर पीड़ितों को अपने साथ धोखा होने की जानकारी मिली। क्लेमेंटटाउन पुलिस द्वारा मामले में वांछित अभियुक्तो ने एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गए अभियुक्त के खिलाफ कोतवाली पटेलनगर में गैंगस्टर में मुकदमा सहित सेलाकुई व विकासनगर में मुकदमे दर्ज है। पुलिस अन्य अभियुक्तो की तलाश कर रही है।
उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर थाना क्लेमेंटटाउन पुलिस द्वारा अभियुक्तो के खिलाफ आईपीसी धारा 420, 467 ,468 ,471, 120 बी में समीर कामयाब , फातिमा आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उपनिरीक्षक अमरीश रावत द्वारा मामले की जांच प्रारम्भ की। पुलिस द्वारा अभियुक्त समीर मोहम्मद उर्फ समीर कामयाब(43) पुत्र स्व0 मोहम्मद इसराइल निवासी इंद्रलोक कॉलोनी थाना पटेल नगर, देहरादून मूल निवासी – ग्राम दधेडू थाना चरथावल जिला मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश की गिरफ्तारी को तलाशी करते हुए उसके संबंध में जानकारी जुटाई तो पता चला कि अभियुक्त समीर के खाते में काफी पैसे हैं तथा वह भागने की फिराक में है, जिस पर अभियुक्त समीर कामयाब को उसके घर से पूछताछ हेतु लाया गया। इस दौरान पुलिस द्वारा अभियुक्त समीर के खिलाफ शिकायत सबूत जुटाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि समीर कामयाब एक शातिर किस्म का अभियुक्त है, जिसके खिलाफ पूर्व में भी जमीन संबंधी धोखाधड़ी के अभियोग पंजीकृत हैं तथा थाना पटेलनगर में गैंगस्टर के तहत भी मुकदमा दर्ज है। इसके साथ ही अभियुक्त के खिलाफ कोतवाली विकासनगर, सेलाकुई में भी आपराधिक मामले दर्ज है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्तो द्वारा पीड़ितों को जिस जमीन का सौदा किया गया था वह जमीन डी0के0 मित्तल निवासी क्लेमेंटाउन देहरादून की है। जिनकी मृत्यु होंने के उपरांत वह जमीन उनकी पत्नी के नाम थी किन्तु उनकी पत्नी सुशीला मित्तल की मृत्यु भी वर्ष 2021 में कोरोना के कारण व उनका कोई वारिश न होने के कारण अभियुक्तगणों द्वारा षड्यंत्र रचते हुए पीड़ितो से कूट रचित दस्तावेजो के आधार पर साढ़े चार करोड़ रुपये की ठगी कर ली। उन्होंने बताया कि उक्त जमीन को पूर्व में भी अभियुक्त बाबर हुमायूं द्वारा एक फर्जी दानपात्र के माध्यम से कूट रचित दस्तावेज तैयार कर 9 लोगो को बेचे है। जिसके खिलाफ डी0 के0 मित्तल द्वारा शिकायत दर्ज करवाने पर पुलिस ने अभियुक्त बाबर हुमायूं को गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही जनपद में सक्रिय अन्य भूमाफियाओ के द्वारा भी कई बार उस जमीन पर कब्ज़ा करने के प्रयास किये गए है।